सभी को खुशी देने वाले के तकलीफ की फिक्र स्वयं परमात्मा को होती है…ब्रह्माकुमारी गायत्री
एस.ई.सी.एल. द्वारा ‘योग से योग्य’ थीम पर आयोजित योग महोत्सव – योग-संगम कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी गायत्री बहन ने हजार से अधिक लोगों को कराया राजयोग ध्यान
11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर वसन्त विहार स्थित टाउनशिप ग्राउण्ड में योग अभ्यास के लिए हुआ विशाल आयोजन, ब्रह्माकुमारी प्रीति व गौरी बहन ने किया योग प्रदर्शन
संस्थान के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक भ्राता हरीश दुहन जी ने स्मृति चिन्ह देकर किया ब्रह्माकुमारी गायत्री बहन को सम्मानित
बिलासपुर राज किशोर नगर :- ग्यारहवें योग दिवस पर देश की दूसरी सबसे बड़ी कोयला उत्पादन कम्पनी एस.ई.सी.एल. संस्थान के द्वारा योग से योग्य थीम पर योग संगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के समन्वयन में ब्रह्माकुमारीज़ की अहम भूमिका रही।
इस अवसर पर योग की मास्टर ट्रेनर एवं राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी गायत्री बहन ने कहा कि हमारे कर्म से यदि किसी को तकलीफ मिल रही हो तो हम खुशी प्राप्त करने के योग्य नहीं लेकिन यदि हम किसी की खुशी का कारण बनते हैं तो हमें अपने तकलीक की फिक्र करने की भी आवश्यकता नहीं है। उन्होंने एकता का महत्व बताते हुए कहा कि हर व्यक्ति का अपना अलग महत्व है बड़े कार्य को संपन्न करने के लिए संगठन की जरूरत होती है, अकेला कोई कुछ भी नहीं कर सकता। साथ ही आपने सभी को मेडिटेशन की अनुभूति भी कराई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संस्थान के सीएमडी भ्राता हरीश दुहन ने अपने उद्बोधन में कहा इस योग संगम में पूरे बिलासपुर से योग की धाराएं एक साथ आकर मिली हैं और पूरे भारत को सुखमय-योगमय-स्वस्थ बनाने के लिए एकजुटता के साथ सभी को योग करने की जरूरत।
इस अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षकों ने योग संचालन किया व ब्रह्माकुमारीज़, गायत्री परिवार, पतन्जलि, छ.ग. योग आयोग एवं आर्य समाज के प्रशिक्षकों ने योग का प्रदर्शन किया।
एस.ई.सी.एल. संस्थान के सीएमडी भ्राता हरीश दुहन जी एवं एस ई सी एल की प्रथम महिला श्रीमती शशी दुहन ने ब्रह्माकुमारी गायत्री बहन समेत अन्य संस्थाओं के सदस्यों को सम्मानित किया।
योग-संगम कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी गायत्री बहन ने हजार से अधिक लोगों को कराया राजयोग ध्यान
