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इंदौर न्यू पलासिया – अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर इनडोर स्टेडियम अभय प्रशाल में आयोजित कार्यक्रम

“हमारे मन के एक-एक संकल्प का प्रभाव हमारे शरीर पर, संबंधों पर तथा सारे वातावरण पर पड़ता है।” – ब्रह्माकुमारी श्रेया बहन
 
21 जून। ज्ञानशिखर, इंदौर।
चमेली देवी योग केंद्र, बालाजी सेवार्थ विनोद अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शहर के मध्य विशाल इनडोर स्टेडियम अभय प्रशाल में आयोजित कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी संस्थान को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया, जिसमें मुंबई की प्रसिद्ध प्रेरक वक्ता ब्रह्माकुमारी श्रेया बहन को चीफ गेस्ट के रूप में बुलाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मध्यप्रदेश के शीर्षस्थ उद्योगपति एवं समाजसेवी माननीय विनोद अग्रवाल, माननीय प्रेमचंद गोयल, श्रीमती वंशिका अग्रवाल, बहन अर्चना अग्रवाल, इंदौर जोन की क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी एवं ब्रह्माकुमारी श्रेया बहन के द्वारा श्रीमती चमेली देवी एवं उनके इष्ट देव बालाजी  सालासर को पुष्पांजलि अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलन द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम माननीय विनोद अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत किया तथा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का महत्व बताते हुए कहा की इस वर्ष के योग दिवस पर हमारे माननीय प्रधानमंत्री ने थीम दिया है “एक पृथ्वी, एक हेल्थ”। योग एक ऐसी विधा है जो तन, मन और आत्मा को सांसों के रूप में जोड़कर की जाती है, जिससे हम हर तरह से स्वस्थ रह सकते हैं इसलिए पूरी दुनिया ने इस विधा को माना है।
ब्रह्माकुमारी श्रेया बहन ने मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा की हर साल योगा डे एक जागरूकता फैलता है कि कैसे योग हमारे शरीर को स्वस्थ बनाता है, लेकिन एक स्वस्थ शरीर के साथ शक्तिशाली मन की भी जरूरत है। आज हम ऐसे समय से गुजर रहे हैं जहां सब कुछ अनिश्चित है। ऐसे समय पर अगर हमारा मन शक्तिशाली हो तो हर परिस्थिति में स्थिर रह सकते हैं क्योंकि योगी की निशानी है मान-अपमान, निंदा-स्तुति, हार-जीत, सर्दी-गर्मी सब में समान हो। जैसे शरीर कमजोर हो तो कोई ना कोई बीमारी लग जाती है, ऐसे मन कमजोर होने से हम जल्दी-जल्दी हर्ट हो जाते हैं, दुखी हो जाते हैं, जल्दी-जल्दी रोना आ जाता है, छोटी-छोटी बातें सहन नहीं होती, नींद फिट जाती है। आज बहुत सारी बीमारियां साइकोसोमेटिक है। कमजोर मन का प्रभाव केवल शरीर पर ही नहीं अपितु हमारे संबंधों पर भी पड़ता है, हमारे रिश्ते खराब हो जाते हैं। हमारे मन के एक-एक संकल्प का प्रभाव हमारे शरीर पर, संबंधों पर, सारे वातावरण पर पड़ता है। संकल्प हमारी रचना है इसलिए हमें मेडिटेशन कर अपने एक-एक संकल्प को शुद्ध, शक्तिशाली बनाना है। बाहर की स्थिति कैसी भी हो मेरे मन की स्थिति शांत व शक्तिशाली है तो बाह्य परिस्थितियों का असर मेरे मन पर नहीं पड़ेगा। इंदौर शहर सबसे स्वच्छ शहर है पर अब इसे मेडिटेशन द्वारा तनाव मुक्त, स्वस्थ शहर बनाना है। आपने कमेंट्री द्वारा योग की गहन अनुभूति भी कराई।
उक्त कार्यक्रम में योग टेंपल के प्रसिद्ध योगी मनोज गर्ग ने प्रोटोकॉल के अनुसार सभी को विधिवत योगासन एवं प्राणायाम कराया। बहन काजल मेहता ने जुंबा कराया तथा कुमारी निशा ने योगा नृत्य कर सभी का मन मोह लिया। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी संस्थान के 500 सदस्यों के साथ साथ बीएसएफ, हरिओम योग केंद्र, नादयोग, संस्था मानवता की पहचान, मूकबधिर विद्यालय, सफाई कर्मियों, शहर के नामीग्रामी 25 संगठनों तथा इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेंद्र हार्डिया, पार्षद नन्द किशोर पहाडिया एवं कई अधिकारी, डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, मीडिया कर्मियों, उद्योगपति एवं समाजसेवियों ने भाग लिया। रूस से पधारी योग साधक बहन गिरनोवा विक्टोरिया तथा नोर्ज़द्रीकोवा ने भी भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती दिव्या शर्मा ने किया एवं समाजसेवी किशोर गोयल ने सभी का आभार माना।