News

योग हमारे शरीर-आत्मा को नई दिशा और ऊर्जा देता है: अपर महानिदेशक ऋतु शुक्ला

योग हमारे शरीर-आत्मा को नई दिशा और ऊर्जा देता है: अपर महानिदेशक ऋतु शुक्ला

– एक हजार से अधिक लोगों ने किया योग-ध्यान
– अंतरराष्ट्रीय योग दिवस हर्षोल्लास से मनाया
– सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय एवं ब्रह्माकुमारीज़ के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम आयोजित

आबूरोड। ब्रह्माकुमारीज़ मुख्यालय शांतिवन के डायमंड हाल में भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय एवं ब्रह्माकुमारीज़ के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग विषय पर आयोजित किया गया। इसमें देशभर से आए विभिन्न राज्यों के एक हजार से अधिक लोगों ने प्रशिक्षित योग गुरु के मार्गदर्शन में जहां विभिन्न योग, प्राणायाम की बारीकियां सीखीं, वहीं राजयोग मेडिटेशन से गहन शांति की अनुभूति की।

शुभारंभ पर भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय पत्र सूचना कार्यालय एवं केंद्रीय संचार ब्यूरो जयपुर की अपर महानिदेशक ऋतु शुक्ला ने कहा कि आज विश्वभर में लोग योग का महत्व समझ रहे हैं। अब योग जन आंदोलन बन गया है। योग हमारे शरीर, आत्मा को नई दिशा और ऊर्जा देता है। योग को सिर्फ एक दिन ही नहीं, इसे अपनी जीवनशैली में शामिल करेंगे। आज ब्रह्माकुमारीज़ के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। इस दौरान भारत सरकार की 11 साल की उपलब्धियों पर दो दिवसीय एक्जीविशन भी लगाई गई।
संस्थान के अतिरिक्त महासचिव बीके करुणा भाई ने कहा कि आज देश-विदेश में करोड़ों लोग योग कर रहे हैं। ब्रह्माकुमारीज़ के 140 देशों में स्थित सेवाकेंद्रों के माध्यम से योग दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा योग को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सेवाएँ की जा रही हैं।

हमारा जीवन ही योगी जीवन हो-
गीता विशेषज्ञ व अंतरराष्ट्रीय प्रेरक वक्ता बीके ऊषा दीदी ने कहा कि योग एक दिन का नहीं हो लेकिन हमारा जीवन ही योगी हो, जो सदा काल के लिए होता है। भगवत गीता में भगवान ने अर्जुन को सिखाया और योगी जीवन की प्रेरणा दी। हमारा भी जीवन नेचुरल रूप से योगी जीवन बन जाए, ऐसी सभी की शुभ आस रहती है। अपने दिन की शुुरुआत ब्रह्ममुहूर्त में परमात्मा की याद के साथ करें। योग हमें सिखाता है कि जीवन में बैलेंस कैसे बनाएं। योग माना संतुलन। योग से संबंधों में मधुरता आती है। तन के साथ मन स्वस्थ रहता है। इस दौरान आपने राजयोग मेडिटेशन के माध्यम से सभी को शांति की गहन अनुभूति भी कराई।

योग के विभिन्न आसन सिखाए-
कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ योग प्रशिक्षक बीके बाबूलाल भाई ने पद्यासन, वज्रासन, मुक्तासन, गोमुखासन, शीर्षासन, शवासन, काकासन, धनुरासन सहित अन्य प्राणायाम और योग के आसन कराते हुए इनके तन-मन को होने वाले फायदे बताए। इस दौरान अपने-अपने शहर में योग को बढ़ावा दे रहे लोगों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।